उसे नाज़ था अपनी इम्पोर्टेड मर्सिडीज पे,
मैं अपनी मारुती में ही सफर कर लेता था,
वो बोला तुझे क्या पता अमेरिका में इमारतें कितनी ऊँची हैं,
मैंने कहा मेरे पहाड़ों से तो छोटी ही होंगी,
वो इतराकर बोला मेरी कमाई अमरीकी डॉलरों में है,
मैंने कहा दो वक़्त की रोटी रुपयों में भी खरीदी जाती है,
उसने फिर अपनी आलिशान कोठी दिखाई जो
शायद मशहूर होटलों को भी बोना कर देती,
मैंने कहा पर ये तो खाली है,
हम दोनों ऐसे ही अपनी हैसियतों पर जुबानी जंग लड़ रहे थे की,
शमशान में दो चिताओं को जलता पाया,
कुछ देर उनका जलता देख मेरा दोस्त बोला,
मैं साला भूल गया था की मुझे लकड़ी पे ही जलाया जायेगा सोने पे नहीं,
मैंने उसके कंधे पर हाथ रखा और कहा,
ओये राजा भोज तू इतनी जल्दी नहीं मरेगा, चल तुझे चाय पिलाता हूँ,
वो झट से बोलै, चाय छोड़ मैं तुझे अंग्रेजी शराब पिलाता हूँ वो भी विलायती,
“साला विलायती”
-N2S
22072014